पथरी का काल है ये घरेलू उपाय
सभी को पता है की गुर्दे की पथरी का दर्द असनीय होता है। पथरी से ग्रसित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। लेकिन औषधियों के प्रयोग से इससे निजात मिलती है।
गुर्दे की पथरी ( Kidney stone) :
किडनी स्टोन गलत खानपान के कारण से होता है। इसमें मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। गुर्दे की पथरी होने पर असहनीय दर्द होता है। जब नमक एवं अन्य खनिज पदार्थ जो पिसाब में मौजूद होते हैं। वो जब एक दूसरे के संपर्क में आते हैं तब पथरी बनती है।
कुछ पथरी रेत के दानों की तरह बहुत छोटे आकार के होते हैं तो कुछ पथरी मटर के दाने के समान होती है आमतौर पर पथरी मूत्र के जरिये शरीर के बाहर निकल जाती है। लेकिन जो पथरी बड़ी होती है वह बहुत ही परेशान करती है। आगे जानिए पथरी के उपचार के लिए कुछ प्रमुख नुख्से के बारे में।
इलायची ( Cardamom ) :
इलायची भी गुर्दे की पथरी से निजात दिलाती है। एक चम्मच इलायची, खरबूजे के बीज की गिरी और दो चम्मच मिश्री एक कप पानी में डालकर उबाल लीजिए और इसे ठंडा होने के बाद छानकर सुबह-शाम पीने से पथरी पेशाब के रास्ते से बाहर निकल जाती है। यह तरीका बहुत कारगर साबित होता है
आंवला ( Gooseberry ) :
जब किसी को किड्नी स्टोन होने पर आंवले का सेवन करना चाहिए। आंवला का चूर्ण मूली के साथ खाने से गुर्दे की पथरी निकल जाती है। इसमें अलबूमीन और सोडियम क्लोराइड बहुत ही कम मात्रा में पाया जाता है जिनकी वजह से इन्हें गुर्दे की पथरी के उपचार के लिए बहुत ही उत्तम माना जाता है। इसलिए गुर्दे की पथरी होने पर आंवले का सेवन जरूर कीजिए।
बथुआ ( Bathua ) :
बथुआ भी किड़नी स्टोन से निजात दिलाने में बहुत महत्वपूर्ण है। आधा किलो बथुआ लेकर इसे आठ सौ मिलि पानी में उबाल कर इसे अब कपड़े या चाय की छलनी में छान लीजिए। बथुआ की सब्जी भी इसमें अच्छी तरह मसलकर अच्छी तरह मिला लीजिए। आधा चम्मच काली मिर्च और थोड़ा सा सेंधा नमक मिलाकर दिन में तीन से चार बार सेवन करे इससे गुर्दे की पथरी निकल जाती है।
तुलसी की पत्ती ( Basil leaf ) :
गुर्दे की पथरी होने पर तुलसी के पत्तों का सेवन कीजिए। तुलसी के पत्तों में विटामिन बी पाया जाता है जिसके कारण पथरी से निजात दिलाने में मदद करता है। यदि विटामिन बी-6 को विटामिन बी ग्रुप के अन्य विटामिंस के साथ सेवन किया जाये तो गुर्दे की पथरी के इलाज में बहुत सहायता मिलती है। शोधकर्ताओं की मानें तो विटामिन बी की 100-150 मिग्रा की नियमित खुराक लेने से गुर्दे की पथरी से निजात मिलती है।
जीरा ( cumin ) :
किड्नी स्टोन को बाहर निकालने में जीरा बहुत कारगर है। जीरा और चीनी को समान मात्रा में लेकर पीस लीजिए, इस चूर्ण को एक-एक चम्मच ठंडे पानी के साथ रोज दिन में तीन बार लीजिए। इससे बहुत जल्दी ही गुर्दे की पथरी से निजात मिल जाती है।
सौंफ (Fennel ) :
सौंफ भी गुर्दे की पथरी के लिए रामबाण उपचार है। सौंफ, मिश्री, सूखा धनिया इनको 50-50 ग्राम मात्रा में लेकर रात को डेढ़ लीटर पानी में भिगोकर रख दीजिए, इसे 24 घंटे के बाद छानकर पेस्ट बना लीजिए। इसके एक चम्मच पेस्ट में आधा कप ठंडा पानी मिलाकर पीने से पथरी पेशाब के रास्ते बाहर निकल जाती है।
चौलाई ( Quadruple ) :
गुर्द की पथरी को गलाने के लिए चौलाई का प्रयोग कीजिए। इसके अलावा चौलाई की सब्जी भी गुर्दे की पथरी से निजात दिलाती है, यह पथरी को गलाने के लिये रामबाण की तरह है। चौलाई को उबालकर धीरे-धीरे चबाकर खाएं। इसे दिन में 3 से 4 बार इसका प्रयोग कीजिए।
बेल पत्र ( Bell Ptra ) :
बेल पत्र को पर जरा सा पानी मिलाकर घिस लें, इसमें एक साबुत काली मिर्च डालकर सुबह खायें। दूसरे दिन काली मिर्च दो कर दें और तीसरे दिन तीन, ऐसे सात दिनों तक लगातार इसका सेवन कीजिए। बाद में इसकी संख्या कम कीजिए, दो सप्ताह तक प्रयोग करने के बाद पथरी बाहर निकल जायेगी।
काली मिर्च ( Black pepper ) :
काली मिर्च भी गुर्दे की पथरी से निजात दिलाती है, काली मिर्च का सेवन बेल पत्तर के साथ करने से दो सप्ताह में गुर्दे की पथरी पेशाब के रास्ते बाहर निलक जाती है।
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